करसन भाई की एक गलती ने निरमा को डूबो दिया, गलत रणनीति से गुम हो गया वॉशिंग पाउडर ब्रांड

  • Post By Admin on Mar 19 2025
करसन भाई की एक गलती ने निरमा को डूबो दिया, गलत रणनीति से गुम हो गया वॉशिंग पाउडर ब्रांड

नई दिल्ली : निरमा, एक ऐसा नाम जो कभी वॉशिंग पाउडर के बाजार का राजा था, आज वह पूरी तरह से गुम हो चुका है। 90 के दशक में जब दूरदर्शन पर ‘सबकी पसंद निरमा..वॉशिंग पाउडर निरमा’ का जिंगल गूंजता था, तब यह ब्रांड हर घर में एक पहचान बन चुका था। लेकिन समय के साथ-साथ निरमा का नामो-निशान धीरे-धीरे गायब हो गया और उसकी जगह एरियल, टाइड और सर्फ एक्सल जैसे बड़े ब्रांड्स ने ले ली। आखिरकार क्या हुआ और कैसे निरमा अपने ऊंचे मुकाम से गिर गया? आइए, जानते हैं इस वॉशिंग पाउडर ब्रांड के पतन की कहानी।

निरमा के पीछे कौन था?

निरमा वॉशिंग पाउडर को करसन भाई पटेल ने अपने मेहनत और सूझबूझ से एक बड़ा ब्रांड बनाया था। करसन भाई का सपना था कि वह अपनी बेटी के नाम से एक ऐसा डिटर्जेंट प्रोडक्ट बनाएं, जो पूरे दुनिया में मशहूर हो। उनकी बेटी निरुपमा के साथ एक दुखद घटना हुई, जब वह एक एक्सीडेंट में मृत हो गईं। बेटी की मौत ने करसन भाई को गहरे सदमे में डाल दिया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी बेटी के नाम से ही वॉशिंग पाउडर का उत्पादन शुरू किया और निरमा ब्रांड का जन्म हुआ।

धंधे की नयी रणनीति

करसन भाई पटेल को बाजार में बड़े ब्रांड्स से मुकाबला करने के लिए एक नई रणनीति की आवश्यकता थी। इसके लिए उन्होंने एक अनोखा तरीका अपनाया - ‘कपड़े साफ नहीं हुए तो पैसे वापस’। इस रणनीति ने ग्राहकों को आकर्षित किया और निरमा की बिक्री में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई। इसके बाद उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी और अपने व्यवसाय पर पूरा ध्यान केंद्रित किया।

तेजी से बढ़ती सफलता, फिर गिरावट

1969 में शुरू हुआ निरमा वॉशिंग पाउडर 1990 के दशक तक डिटर्जेंट के बाजार में सबसे बड़े ब्रांड्स में से एक बन गया था। उस समय निरमा की बाजार हिस्सेदारी 60% तक पहुंच गई थी। हालांकि, इसके बाद 90 के दशक के अंत में, जब सर्फ एक्सेल, टाइड और अन्य बड़े ब्रांड्स ने नई तकनीक और फॉर्मूलेशन के साथ बाजार में दस्तक दी, तो निरमा इनसे मुकाबला नहीं कर पाया। इसके अलावा, इन ब्रांड्स की आक्रामक मार्केटिंग और इनोवेशन ने निरमा की लोकप्रियता को काफी हद तक घटा दिया।

2000 के दशक के बाद निरमा की बाजार हिस्सेदारी तेज़ी से गिरने लगी, और आज यह मात्र 6% के आसपास रह गई है।

विज्ञापन में की गई बड़ी गलती

निरमा के पतन में एक बड़ी भूमिका उसके विज्ञापन रणनीतियों ने निभाई। पहले निरमा के विज्ञापनों में बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस जैसे हेमा मालिनी का चेहरा दिखाया जाता था, जो महिलाओं से बेहतर कनेक्ट करते थे। लेकिन बाद में, कंपनी ने अपनी विज्ञापन रणनीति में एक बड़ा बदलाव किया। महिलाओं के बजाय पुरुषों को ब्रांड एंबेसडर के रूप में पेश करने का निर्णय लिया और इसके लिए ऋतिक रोशन को चुना। यह निर्णय महिलाओं से कनेक्ट नहीं कर पाया और इसने निरमा के ब्रांड इमेज को नुकसान पहुंचाया।

निरमा के लिए यह चूक निर्णायक साबित हुई और एक समय का सबसे बड़ा वॉशिंग पाउडर ब्रांड धीरे-धीरे बाजार से बाहर हो गया। आज, जबकि एरियल, टाइड और सर्फ एक्सल जैसे ब्रांड्स का दबदबा कायम है, निरमा एक मामूली नाम बनकर रह गया है।

करसन भाई पटेल की मेहनत और स्मार्ट बिजनेस फैसले ने एक वक्त में निरमा को स्टार बना दिया था, लेकिन गलत विज्ञापन रणनीतियों और बाजार में नए ब्रांड्स की आक्रामकता ने उसे पूरी तरह से हरा दिया।