ऑस्ट्रेलिया हमले पर इजरायल का सख्त रुख, नेतन्याहू ने अल्बनीज सरकार को ठहराया जिम्मेदार
- Post By Admin on Dec 15 2025
नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बोंडी बीच पर रविवार को हुई फायरिंग की घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सियासी हलचल तेज कर दी है। इस हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, फायरिंग के दौरान इलाके में दहशत का माहौल था और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए।
इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज पर कड़ा हमला बोला है। नेतन्याहू ने आरोप लगाया कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार की नीतियां देश में यहूदी विरोधी हिंसा को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने दावा किया कि चार महीने पहले ही उन्होंने इस खतरे को लेकर पीएम अल्बनीज को आगाह किया था।
नेतन्याहू ने कहा कि 17 अगस्त को लिखे गए पत्र में उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि फिलिस्तीनी राज्य को लेकर ऑस्ट्रेलियाई सरकार का रुख यहूदी विरोधी भावनाओं को हवा दे रहा है। उनके अनुसार, इस तरह की नीतियां हमास जैसे आतंकी संगठनों को प्रोत्साहित करती हैं और ऑस्ट्रेलिया में यहूदियों के खिलाफ नफरत को बढ़ाती हैं।
ऑस्ट्रेलियाई नेतृत्व पर निशाना साधते हुए नेतन्याहू ने कहा कि यहूदी विरोध एक “कैंसर” की तरह है, जो तब फैलता है जब नेतृत्व कमजोर पड़ता है। उन्होंने आरोप लगाया कि अल्बनीज सरकार ने यहूदी विरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिसके परिणामस्वरूप हिंसक घटनाएं सामने आईं।
इजरायली प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हालिया हमले के दौरान एक साहसी मुस्लिम व्यक्ति ने हस्तक्षेप कर कई निर्दोष यहूदियों की जान बचाई, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यक्तिगत बहादुरी नहीं, बल्कि सरकार की सख्त कार्रवाई जरूरी है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेतन्याहू ने पश्चिमी देशों से यहूदी विरोधी हिंसा के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की अपील की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो यह समस्या और गहराएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इजरायल अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा।
सीरिया में हाल ही में दो अमेरिकी सैनिकों की मौत का जिक्र करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि यह हमले पश्चिमी मूल्यों पर सीधा हमला हैं। उन्होंने अमेरिका के प्रति संवेदना जताई और दोहराया कि इजरायल की नीति भी वही है—दुनिया में कहीं भी यहूदियों पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
इजरायली प्रधानमंत्री ने सख्त शब्दों में कहा कि जो भी यहूदियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे इजरायल ढूंढकर जवाब देगा। उनके मुताबिक, देश इस तरह की हिंसा के खिलाफ चुप नहीं बैठेगा और निर्णायक कार्रवाई करता रहेगा।