सिडको में कंपनियों का जुड़ाव तेज, ग्रामीण विकास में बनेगा वरदान
- Post By Admin on Nov 16 2024

नई दिल्ली : ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योगों को बढ़ावा देने और सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंच बनाने के लिए स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवेलपमेंट काउंसिल (सिडको) ने बड़ी सफलता हासिल की है। बीते छह महीनों में 100 से अधिक कंपनियों ने सिडको के साथ जुड़ने का निर्णय लिया है। यह पहल न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योगों को मजबूती देगी, बल्कि वहां के निवासियों के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगी।
सिडको के चेयरमैन एस.के. ठाकुर ने बताया कि उनकी संस्था ग्रामीण उद्योगों के उत्थान के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा कि सिडको का उद्देश्य बिचौलियों को हटाकर उद्योगों और उपभोक्ताओं को सीधे जोड़ना है। इस मॉडल से ग्रामीण उद्यमियों और कारीगरों को सीधे लाभ मिलेगा, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि होगी। उन्होंने यह भी बताया कि सिडको अब केवल एक संस्थान नहीं, बल्कि देश के सबसे बड़े औद्योगिक संगठनों में से एक बनने की ओर अग्रसर है।
ठाकुर ने अपनी योजनाओं को साझा करते हुए बताया कि सिडको विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही कंपनियों को एक मंच प्रदान कर रही है। इन कंपनियों में मशीनरी निर्माण, पैकेजिंग, ऑटोमेशन और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों की बड़ी नामचीन कंपनियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य न केवल व्यापार को प्रोत्साहन देना है, बल्कि ग्रामीण इलाकों में विकास की रोशनी पहुंचाना भी है।
सिडको के चेयरमैन के अनुसार अब तक जिन प्रमुख कंपनियों ने सिडको के साथ साझेदारी की है, उनमें इफको टोकियो, आर.आर. रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन इंडस्ट्री, रॉयल टाइल मशीन, ग्रो लाइफ फॉर यू प्राइवेट लिमिटेड, बी.एम.डब्ल्यू एडवांस्ड इंजीनियरिंग, एस.एस. ग्लोबल इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और दुष्यंत एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं। इसके अलावा मास्टरी इंजीनियरिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, विराट पैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड, शिफा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, माइक्रो पैकेजिंग सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, ए एंड ए मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और यूनिटेक पैकेजिंग सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड भी सिडको से जुड़ चुकी हैं।
सिडको के इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे उद्योग स्थापित करना है, जो वहां के लोगों को उनकी जरूरतों के अनुसार रोजगार और संसाधन उपलब्ध कराए। श्री ठाकुर ने कहा कि सिडको न केवल एक व्यापारिक पहल है, बल्कि यह गांवों के विकास के लिए प्रतिबद्ध एक सामाजिक आंदोलन भी है।
इस अभियान में सिडको ने पैकेजिंग और निर्माण से जुड़े क्षेत्रों को भी प्राथमिकता दी है। इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां जैसे किंग प्राइवेट लिमिटेड, इंडियन पैकेजिंग मशीन प्राइवेट लिमिटेड, श्याम इंजीनियरिंग वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड और शिव एसोसिएट प्राइवेट लिमिटेड ने भी सिडको के साथ साझेदारी की है। इनके अलावा स्नो पेट्रोल प्राइवेट लिमिटेड, विनायक इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड और बी.एल. मशीनरी प्राइवेट लिमिटेड ने भी सिडको के प्रयासों में सहयोग दिया है।
सिडको का यह कदम न केवल औद्योगिक क्षेत्र को मजबूत करेगा, बल्कि उन ग्रामीण कारीगरों और उद्यमियों के लिए वरदान साबित होगा, जो संसाधनों और अवसरों की कमी के कारण पीछे रह जाते हैं। ठाकुर ने भरोसा जताया कि इस पहल से देश के हर कोने में उद्योगों का विस्तार होगा और लोग आत्मनिर्भर बनेंगे।
इस प्रयास के माध्यम से सिडको यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि ग्रामीण इलाकों में उद्योगों का विकास टिकाऊ हो और वहां के लोगों को अपनी जरूरतों के लिए बड़े शहरों पर निर्भर न रहना पड़े। आने वाले समय में यह पहल ग्रामीण भारत के आर्थिक उत्थान की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
सिडको का यह अभियान न केवल व्यापारिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इससे न केवल ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा। सिडको के इस कदम ने यह साबित कर दिया है कि जब सरकार और उद्योग साथ मिलकर काम करें, तो देश के हर कोने में विकास की रोशनी पहुंचाई जा सकती है।