यमन में भारतीय नर्स निमिषा को फांसी की सजा, भारत ने मदद का किया वादा

  • Post By Admin on Dec 31 2024
यमन में भारतीय नर्स निमिषा को फांसी की सजा, भारत ने मदद का किया वादा

नई दिल्ली : यमन में भारतीय नर्स निमिषा पर हत्या का आरोप लगाते हुए उन्हें फांसी की सजा दी गई है। जिसे यमन के राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी है। निमिषा पर आरोप है कि उन्होंने यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या की थी। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि सरकार इस मामले में हर संभव मदद मुहैया करा रही है और पीड़ित भारतीय नागरिक के अधिकारों की रक्षा के लिए काम कर रही है।

मामला क्या है?

केरल की रहने वाली निमिषा पर आरोप है कि उन्होंने 2017 में महदी को ड्रग्स का ओवरडोज दिया था। जिससे उसकी मौत हो गई। दोनों यमन में एक निजी क्लिनिक में पार्टनर थे और महदी ने निमिषा का पासपोर्ट जब्त कर लिया था। जिससे वह उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था।

निमिषा का बयान और यमन की न्यायिक प्रक्रिया

निमिषा ने कोर्ट में बयान दिया था कि महदी ने उसे नशे की हालत में परेशान किया था और कई बार बंदूक की नोक पर धमकाया था। जुलाई 2017 में निमिषा ने महदी को बेहोशी की दवा दी, लेकिन जब वह प्रभावी नहीं हुआ तो उन्होंने उसे ड्रग्स का ओवरडोज दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। यमन के न्यायालय ने इस मामले में निमिषा को दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुनाई है।

यमन में गृहयुद्ध का प्रभाव

2008 में नर्सिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद निमिषा ने 2012 में अपने पति के साथ यमन में काम करना शुरू किया था। यमन में 2014 में गृहयुद्ध शुरू हो गया। जिसके कारण नए वीजा मिलना बंद हो गए और निमिषा के पति भारत वापस लौट आए। इसके बाद, निमिषा ने 2015 में महदी के साथ मिलकर सना में एक क्लिनिक खोला। यमन के कानून के मुताबिक, केवल यमन के नागरिकों को वहां व्यापार करने की अनुमति होती है, इसलिए निमिषा ने महदी से मदद ली थी।

महदी द्वारा धोखाधड़ी और प्रताड़ना

महदी ने निमिषा के साथ धोखाधड़ी की और उनके पासपोर्ट को जब्त कर लिया। वह निमिषा को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। जिससे वह मानसिक तनाव में आ गई थी। महदी ने निमिषा से अपनी हिस्सेदारी लेने के लिए कई बार दस्तावेजों में हेरफेर किया था और उसे अपने अधीन करने की कोशिश की थी।

भारत सरकार की प्रतिक्रिया 

इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने पूरी तरह से निमिषा को मदद देने का वादा किया है। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत सरकार हर संभव कदम उठाकर अपने नागरिक की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

निमिषा की सजा और आगे की प्रक्रिया 

निमिषा की सजा के बाद, भारतीय सरकार और यमन में भारतीय दूतावास मामले पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। यह उम्मीद जताई जा रही है कि निमिषा को न्याय दिलाने के लिए भारतीय अधिकारी और कूटनीतिक प्रयासों का उपयोग किया जाएगा।