पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल का निधन, राजनीतिक जगत में शोक की लहर

  • Post By Admin on Dec 12 2025
पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल का निधन, राजनीतिक जगत में शोक की लहर

मुंबई : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का शुक्रवार सुबह 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने लातूर स्थित अपने आवास 'देववर' में अंतिम सांस ली। पाटिल लंबे समय से बीमार थे और पिछले कुछ महीनों से घर पर ही इलाज चल रहा था।

भारतीय राजनीति में अपनी सरलता, संयम और जिम्मेदार कार्यशैली के लिए पहचाने जाने वाले शिवराज पाटिल ने अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी निभाई। वे लोकसभा स्पीकर, केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ रणनीतिक चेहरे के रूप में पहचाने जाते थे।

राजनीतिक सफर की मजबूत नींव

महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र से आने वाले पाटिल का राजनीतिक सफर 1973 में महाराष्ट्र विधानसभा से शुरू हुआ। वे दो बार विधायक चुने गए और इस दौरान उन्होंने डिप्टी स्पीकर और स्पीकर का दायित्व निभाया। 1980 में वे पहली बार लोकसभा पहुंचे और इसके बाद लगातार छह बार सांसद चुने गए, जो उनके मजबूत जनाधार और प्रभावशाली छवि का प्रमाण है।

26/11 के बाद दिया था पद से इस्तीफा

2004 में केंद्र सरकार में उन्हें गृह मंत्री बनाया गया, लेकिन 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उस समय उनके इस कदम को राजनीतिक नैतिकता और जवाबदेही की मिसाल माना गया।

शिक्षा और व्यक्तित्व

उस्मानिया विश्वविद्यालय से साइंस और मुंबई विश्वविद्यालय से लॉ की पढ़ाई करने वाले पाटिल अपने शांत स्वभाव, संतुलित निर्णय क्षमता और संसदीय परंपराओं के प्रति प्रतिबद्धता के लिए मशहूर थे। राजनीतिक दलों के नेताओं ने अक्सर उनकी कार्यशैली की प्रशंसा की।

बीमारी से जूझते- जूझते जीवन यात्रा का अंत

बीते कुछ महीनों से पाटिल गंभीर रूप से अस्वस्थ थे। बार-बार अस्पताल ले जाने की जगह परिवार ने चिकित्सकों की सलाह पर उन्हें घर पर ही निगरानी में रखा था। शुक्रवार सुबह उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी और उनका निधन हो गया।

कांग्रेस सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने पाटिल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें देश की राजनीति का सादगीपूर्ण, ईमानदार और जिम्मेदार चेहरा बताया है।