भारत की नीति सिक्यूरिटी, कनेक्टिविटी और ऑपर्च्युनिटी पर आधारित : पीएम मोदी

  • Post By Admin on Sep 01 2025
भारत की नीति सिक्यूरिटी, कनेक्टिविटी और ऑपर्च्युनिटी पर आधारित : पीएम मोदी

तियानजिन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भारत की सोच और नीति को स्पष्ट करते हुए कहा कि भारत का दृष्टिकोण 'एससीओ'—यानी सिक्यूरिटी (सुरक्षा), कनेक्टिविटी (संपर्क) और ऑपर्च्युनिटी (अवसर) पर केंद्रित है।

मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “एससीओ के सदस्य के रूप में भारत ने हमेशा सकारात्मक भूमिका निभाई है। हमारी नीति तीन स्तंभों पर टिकी है—सुरक्षा, कनेक्टिविटी और अवसर। सुरक्षा, शांति और स्थिरता किसी भी देश के विकास की नींव है, लेकिन आतंकवाद और अलगाववाद इस लक्ष्य में सबसे बड़ी बाधा हैं। आतंकवाद मानवता के लिए गंभीर चुनौती है।”

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद दिया और उज्बेकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस की बधाई भी दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि क्षेत्रीय शांति और विकास तभी संभव है, जब देश परस्पर सहयोग और विश्वास को आगे बढ़ाएं।

गौरतलब है कि यह प्रधानमंत्री मोदी की सात वर्षों में पहली चीन यात्रा है। वर्ष 2020 के सीमा विवाद के बाद दोनों देशों के रिश्तों में आई तल्खी के बीच उनकी यह उपस्थिति विशेष महत्व रखती है।

इस बीच, सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी सदस्य देशों से अपील की कि वे मतभेद भुलाकर साझा लक्ष्यों पर ध्यान दें और व्यावहारिक परिणामों की दिशा में काम करें।

एससीओ में इस समय आठ सदस्य देश शामिल हैं और इसका मुख्य फोकस यूरेशियाई क्षेत्र में राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देना है। तियानजिन की यह बैठक मौजूदा भू-राजनीतिक तनावों के बीच क्षेत्रीय साझेदारी को मजबूत करने की कोशिश के तौर पर देखी जा रही है।