सोनिया गांधी के राष्ट्रपति मुर्मू को थकी हुई कहने पर मचा बबाल, भाजपा ने किया कड़ा विरोध

  • Post By Admin on Jan 31 2025
सोनिया गांधी के राष्ट्रपति मुर्मू को थकी हुई कहने पर मचा बबाल, भाजपा ने किया कड़ा विरोध

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी की टिप्पणी के बाद राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। भाजपा के नेताओं ने सोनिया गांधी से माफी की मांग करते हुए उनके बयान को निंदा की है। यह विवाद राष्ट्रपति मुर्मू के संबोधन के बारे में सोनिया गांधी की प्रतिक्रिया को लेकर उठ खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति मुर्मू थक चुकी थीं और अपने संबोधन के अंत में बहुत मुश्किल से बोल पा रही थीं।

सोनिया गांधी का बयान:

सोनिया गांधी ने संसद परिसर में कहा था, "अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक चुकी थीं। वह मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी।" इस टिप्पणी को भाजपा नेताओं ने काफी गंभीरता से लिया और इसे राष्ट्रपति की असम्मानजनक टिप्पणी के रूप में देखा।

भाजपा की प्रतिक्रिया:

भाजपा के सीनियर नेता और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू एक आदिवासी महिला हैं और उनका इस तरह से अपमान नहीं किया जाना चाहिए। किरेन रिजिजू ने कहा, "राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश और समाज के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है और विपक्षी नेताओं को इस तरह के टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। सोनिया गांधी को उनसे माफी मांगनी चाहिए।"

भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने भी इस बयान को बेहद आपत्तिजनक बताया। उन्होंने कहा, "यह बयान देश को शर्मसार करने वाला है। राष्ट्रपति का अभिभाषण संवैधानिक प्रक्रिया का हिस्सा है और इसमें सरकार की नीतियों का उल्लेख होता है। सोनिया गांधी की टिप्पणी पर विचार करते हुए यह कहा जा सकता है कि वह इस पद की गरिमा का उल्लंघन कर रही हैं।"

एलजेपी (रामविलास) सांसद शांभवी चौधरी का बयान:

एलजेपी सांसद शांभवी चौधरी ने सोनिया गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, "यह बयान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर उनके नजरिए को दर्शाता है। राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में टीबी मुक्त भारत, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और समावेशिता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की। अगर इसे उबाऊ कहा जा रहा है तो यह सोनिया गांधी का निजी नजरिया है। यह देश को समझना चाहिए कि विपक्ष किस तरह का नजरिया रखता है।"

राष्ट्रपति मुर्मू का अभिभाषण:

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने विशेष रूप से सरकार के तीसरे कार्यकाल में तेज गति से हो रहे विकास कार्यों का उल्लेख किया। एक राष्ट्र, एक चुनाव और वक्फ संशोधन विधेयक जैसे अहम कानूनी बदलावों पर तेज़ी से काम करने की बात भी राष्ट्रपति ने की। इसके अलावा, राष्ट्रपति ने टीबी मुक्त भारत, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और तकनीकी विकास जैसे विषयों पर भी अपनी बात रखी। जिसे उन्होंने राष्ट्र के लिए सकारात्मक बदलाव के रूप में देखा।