संत रविदास के अनमोल विचार और उनके जीवन से प्रेरणा
- Post By Admin on Feb 12 2025

नई दिल्ली : आज देशभर में संत रविदास जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। संत रविदास का नाम भारतीय संतों, समाज सुधारकों और भक्ति आंदोलन के महान नेताओं में प्रमुख स्थान रखता है। उन्होंने 15वीं शताब्दी में समाज में व्याप्त कुरीतियों और असमानताओं के खिलाफ आवाज उठाई और समाज को जागरूक किया। संत रविदास के शिक्षाएँ और उनके जीवन से प्रेरणा लेने वाले विचार आज भी लोगों के दिलों में गूंजते हैं। आइए जानते हैं उनके कुछ अनमोल विचार और जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
संत रविदास का कार्य और पारिवारिक पेशा
संत रविदास को जूते बनाने का कार्य पारिवारिक पेशा के रूप में मिला था। उन्होंने इसे खुशी से अपनाया और न केवल इसे अपने जीवन का हिस्सा माना, बल्कि इसे पूरी मेहनत और समर्पण के साथ किया। संत रविदास ने यह संदेश दिया कि जो काम हमें दिया गया है, उसे खुशी-खुशी स्वीकार करना चाहिए और पूरी ईमानदारी के साथ करना चाहिए। वे समय के बहुत पाबंद थे और उनका मानना था कि हर काम को पूरी लगन और निष्ठा से करना चाहिए।
समाज सेवा में अग्रणी रहे
संत रविदास का जीवन सेवा और दया से प्रेरित था। वे हमेशा दूसरों की मदद करने में आगे रहते थे। विशेष रूप से साधु-संतों की सेवा करने में उनकी विशेष रुचि थी। उन्होंने अपने जीवन को समाज के कल्याण और दूसरों की भलाई के लिए समर्पित किया। उनका जीवन यह सिद्ध करता है कि असली संत वही है, जो समाज की सेवा में खुद को समर्पित करता है।
समाज में कुरीतियों का विरोध
संत रविदास ने समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे छुआछूत, जातिवाद और असमानता का विरोध किया। उन्होंने अपने समय की सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई और अपने उपदेशों के माध्यम से समाज में समानता और भाईचारे का संदेश दिया। वे जीवनभर समाज में फैली इन कुरीतियों के खिलाफ काम करते रहे, लेकिन कभी भी किसी की आलोचना नहीं की। उनका मानना था कि आलोचना से कोई समस्या हल नहीं होती, बल्कि प्रेम और समानता से समाधान होता है।
कर्म में विश्वास और भाग्य का सम्मान
संत रविदास का यह विचार था कि इंसान का विश्वास हमेशा अपने कर्मों में होना चाहिए। उन्होंने कभी फल की इच्छा नहीं की, बल्कि कर्म को ही अपना धर्म माना। उनका मानना था कि कर्म से मिलने वाला फल हमारे भाग्य का हिस्सा होता है और उसे हमें पूरी ईमानदारी से स्वीकार करना चाहिए। संत रविदास ने यह संदेश दिया कि जीवन में किसी भी कठिनाई का सामना करते हुए हमेशा अपने कर्म पर विश्वास रखना चाहिए और उम्मीद रखनी चाहिए कि अंत में सही फल मिलेगा।
संत रविदास का जीवन और उनका सन्देश
संत रविदास का जीवन प्रेरणा का एक स्रोत है। उनके द्वारा दिए गए विचार आज भी समाज में समानता, भाईचारे और मानवता के प्रतीक के रूप में जीवित हैं। उनका जीवन यह सिखाता है कि सामाजिक भेदभाव और असमानता के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और समाज में बदलाव लाने के लिए खुद को जिम्मेदार समझना चाहिए। संत रविदास ने जीवनभर अपने विचारों और कर्मों के जरिए समाज में जागरूकता और बदलाव की अलख जगाई।
संत रविदास का योगदान न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि उनके विचारों ने समाज में गहरे बदलावों की नींव रखी। उनकी शिक्षाएँ और उनके आदर्शों का अनुसरण करके हम एक बेहतर और समान समाज की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।