पानीपुरी वाले को GST विभाग ने भेजा 40 लाख का नोटिस, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

  • Post By Admin on Jan 04 2025
पानीपुरी वाले को GST विभाग ने भेजा 40 लाख का नोटिस, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

नई दिल्ली : GST विभाग ने एक पानीपुरी विक्रेता को 40 लाख रुपये का नोटिस भेजा है। इस नोटिस के बाद सोशल मीडिया पर जमकर बहस हो रही है। जिसमें लोग इस आश्चर्यजनक मामले पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। यह नोटिस 2021-22 से लेकर 2023-24 तक के तीन वर्षों में हुए डिजिटल पेमेंट्स के डेटा के आधार पर जारी किया गया है।

सालाना कमाई 40 लाख रुपये के पार
सोशल मीडिया पर वायरल खबरों के अनुसार, GST विभाग ने यह नोटिस फोनपे और रेजरपे जैसे डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म से मिले डेटा का विश्लेषण करके भेजा है। इन रिकॉर्ड्स से पता चला कि पानीपुरी विक्रेता को इन तीन वर्षों में कुल मिलाकर 40,11,019 रुपये का ऑनलाइन भुगतान मिला था। इस आंकड़े ने कई लोगों को हैरान कर दिया, क्योंकि यह रकम एक छोटे से पानीपुरी विक्रेता के लिए अत्यधिक बड़ी राशि मानी जा रही है।

सोशल मीडिया पर चर्चा: कुछ यूजर्स हैरान, कुछ सरकार के पक्ष में

इस नोटिस के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का तांता लग गया। जहां कुछ यूजर्स इस पर हैरान हैं कि एक साधारण पानीपुरी विक्रेता इतनी बड़ी रकम कैसे कमा सकता है। वहीं अन्य लोग सरकार की इस कार्यवाही को सही ठहरा रहे हैं। मनोचिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ. धीरज के. ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह राशि कई मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसरों के वेतन से भी ज्यादा है। उन्होंने सुझाव दिया कि पानीपुरी विक्रेता GST जोड़कर अपने बिल में राशि का भुगतान कर सकता है, लेकिन इससे उसकी प्रतिस्पर्धा प्रभावित हो सकती है।

वहीं, कुछ अन्य यूजर्स ने इस नोटिस की प्रामाणिकता पर संदेह जताया है और इस बात का अंदेशा व्यक्त किया कि यह नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल करने के लिए फर्जी हो सकता है।

GST के नियम क्या कहते हैं?

भारत में GST के तहत, अगर किसी व्यापारी का सालाना टर्नओवर 20 लाख रुपये से अधिक होता है, तो उसे GST के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य होता है। विशेष परिस्थितियों में यह सीमा 40 लाख रुपये तक बढ़ाई जा सकती है। इस मामले में पानीपुरी विक्रेता का सालाना टर्नओवर 40 लाख रुपये से काफी अधिक था, लेकिन उसने GST के लिए पंजीकरण नहीं कराया था। इसी कारण GST विभाग ने उस पर कर चोरी का आरोप लगाया है और नोटिस जारी किया है।

क्या पानीपुरी का कारोबार इतना मुनाफे का सौदा है?

यह सवाल स्वाभाविक है कि एक छोटा सा पानीपुरी का ठेला कैसे इतना मुनाफा कमा सकता है। दरअसल, भारत में स्ट्रीट फूड का कारोबार काफी बड़ा और लाभकारी है। अगर कोई व्यक्ति अपने पानीपुरी के कारोबार को सही तरीके से मैनेज करता है, तो वह आसानी से लाखों रुपये सालाना कमा सकता है। छोटे से खाद्य व्यापार में भी अगर सही तकनीक और कड़ी मेहनत हो तो यह कारोबार उच्च मुनाफे का स्रोत बन सकता है।

इस मामले ने स्ट्रीट फूड कारोबारियों को एक बार फिर से ध्यान में ला दिया है कि जीएसटी के नियमों का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है। खासकर जब उनका कारोबार डिजिटल भुगतान प्लेटफार्मों के जरिए होता है।