अहमदाबाद विमान हादसे के बाद DGCA सतर्क, सभी विमानों के फ्यूल स्विच की अनिवार्य जांच का आदेश
- Post By Admin on Jul 15 2025

नई दिल्ली : अहमदाबाद में 12 जून को हुए भयावह एयर इंडिया विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) हरकत में आ गया है। DGCA ने देशभर की सभी एयरलाइनों को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि 21 जुलाई, 2025 तक सभी विमानों के इंजन फ्यूल स्विच की अनिवार्य जांच पूरी की जाए।
यह आदेश विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की 15-पृष्ठीय प्रारंभिक रिपोर्ट आने के बाद जारी किया गया है, जिसमें विमान के दोनों इंजनों को ईंधन आपूर्ति अचानक बंद होने की प्रबल आशंका जताई गई है।
कैसे हुआ था हादसा?
12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI-71 (अहमदाबाद से लंदन) टेकऑफ के चंद मिनटों बाद ही नियंत्रण खो बैठी और एक इमारत से टकरा गई। इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार सभी 260 यात्रियों और क्रू की मौत हो गई थी। यह हालिया वर्षों की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है।
जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) में एक पायलट दूसरे से सवाल करता सुनाई देता है—"क्या तुमने फ्यूल बंद किया?" जिस पर जवाब मिलता है—"नहीं।" इस संवाद से यह संकेत मिला कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण दोनों इंजनों में फ्यूल सप्लाई एकसाथ रुक गई, जिससे विमान महज 32 सेकंड में क्रैश हो गया।
DGCA का निर्देश और सावधानी
DGCA ने स्पष्ट किया है कि सभी जांचें विमान निर्माताओं द्वारा जारी एयरवर्दीनेस डायरेक्टिव्स के अनुरूप ही की जाएं। हालांकि कुछ एयरलाइन कंपनियों ने प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी है, लेकिन नियामक ने तय समयसीमा—21 जुलाई—तक सभी जांच पूरी करने को कहा है।
एयर इंडिया ने क्या कहा?
वहीं एयर इंडिया के सीईओ ने अपील की है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक हादसे को लेकर किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से बचा जाए। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में हादसे का कोई निर्णायक कारण या सिफारिश नहीं दी गई है।
यह हादसा और उसके बाद की कार्रवाई भारत के उड्डयन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों की गंभीरता को एक बार फिर उजागर करता है। DGCA का यह कदम अब विमानन क्षेत्र में संभावित तकनीकी खामियों की समय रहते पहचान और सुधार की दिशा में अहम माना जा रहा है।