खरमास समाप्त, 2025 में शुभ कार्यों और विवाह के लिए मुहूर्त जारी

  • Post By Admin on Jan 14 2025
खरमास समाप्त, 2025 में शुभ कार्यों और विवाह के लिए मुहूर्त जारी

हिंदू धर्म में शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त का विशेष महत्व है। सगाई, शादी, मुंडन, जनेऊ संस्कार और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य पंचांग में ग्रहों, नक्षत्रों की स्थिति और दिशा को ध्यान में रखकर किए जाते हैं। खरमास के दौरान ये सभी कार्य स्थगित रहते हैं। खरमास तब होता है जब सूर्य देव गुरु ग्रह की राशियों (धनु और मीन) में प्रवेश करते हैं। इस समय सूर्य देव अपने गुरु की सेवा में रहते हैं। जिससे उनका प्रभाव कम हो जाता है और कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता।

मकर संक्रांति के बाद सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ खरमास समाप्त हो जाएगा। 16 जनवरी 2025 से शुभ कार्यों की शुरुआत होगी। इस समय विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, जनेऊ और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए मुहूर्त उपलब्ध होंगे।

इस वर्ष विवाह के लिए कुल 76 शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। जनवरी से जून तक लगातार विवाह के अवसर रहेंगे, जबकि जुलाई से अक्टूबर तक कोई मुहूर्त नहीं होगा। नवंबर और दिसंबर में फिर से शुभ मुहूर्त प्रारंभ होंगे।

2025 के विवाह मुहूर्त

जनवरी:  16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26, 27

फरवरी: 2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 21, 23, 25

मार्च: 1, 2, 6, 7, 12

अप्रैल: 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29, 30

मई: 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 28

जून: 2, 4, 5, 7, 8

नवंबर: 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25, 30

दिसंबर: 4, 5, 6

पंचांग के अनुसार, शुभ कार्य के लिए सूर्य और गुरु दोनों का शुभ स्थिति में होना आवश्यक है। जब सूर्य गुरु की राशि धनु और मीन में रहते हैं, तो कोई शुभ कार्य नहीं होता। मकर संक्रांति के बाद सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है।

16 जनवरी से सहालग शुरू होते ही विवाह समारोहों की रौनक बढ़ जाएगी। इस वर्ष शादी के लिए उपलब्ध मुहूर्तों के अनुसार, अधिकांश जोड़े जनवरी से जून के बीच विवाह बंधन में बंधेंगे। नवंबर और दिसंबर में भी कई जोड़े सात फेरे लेंगे।