कातिक माह का शुभारंभ : दीपों से रोशन हुआ पर्वों का माहौल
- Post By Admin on Oct 18 2024
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सनातन धर्मावलंबियों ने आज यानि 18 अक्तूबर से पवित्र कातिक माह का शुभारंभ कर दिया हैं। इस अवसर पर भोर में श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया और दीप प्रज्वलित कर प्रकृति की उपासना में हिस्सा लिया। प्रातः काल से ही तुलसी, जलाशयों और देवालयों में दीपदान आरंभ हो गया, जिससे वातावरण में भक्ति और आस्था की सुगंध फैल गई है।
कार्तिक माह का महत्व :
कातिक माह सनातन धर्म में पुण्य का प्रतीक माना जाता है। इस माह में जलाशयों में स्नान, तुलसी पूजा और दीपदान विशेष महत्व रखते हैं। पं. जय किशोर मिश्र ने बताया कि, इस महीने में किया गया स्नान, दान और तुलसी पूजा कभी न खत्म होने वाला पुण्य देते हैं। इनके प्रभाव से व्यक्ति मृत्यु के बाद जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति होकर मोक्ष को प्राप्त होता है। इस पावन समय में किए गए धर्म-कर्म और उपासना से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
सुहागिनें करेंगी करक चतुर्थी व्रत :
19 अक्टूबर 2024 को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और कलंक दोष से मुक्ति के लिए करक चतुर्थी व्रत का आचरण करेंगी। यह व्रत विशेष रूप से पति की सलामती और वैवाहिक जीवन की सुख-शांति के लिए किया जाता है। व्रतधारी महिलाएं अगले दिन यानी 20 अक्टूबर 2024 को चंद्रमा को अर्घ प्रदान इस व्रत का विधिवत समापन करेंगी।
भक्ति और पर्वों का उत्साह :
कातिक माह की शुरुआत के साथ ही देव दीपावली और आंवला नवमी जैसे कई प्रमुख पर्वों की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। पूरे माह धर्म और भक्ति का उल्लास लोगों के जीवन में उमंग भरता रहेगा।
यह पर्वमाला न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज में सौहार्द और एकता का भी संदेश देती है।