नहीं रहे बॉलीवुड के ही-मैन : 90वें जन्मदिन से पहले बुझा सिनेमा का अमर सितारा
- Post By Admin on Nov 11 2025
मुंबई : भारतीय सिनेमा जगत से एक युग का अंत हो गया है। हिंदी फिल्मों के मशहूर दिग्गज अभिनेता और ‘ही-मैन ऑफ बॉलीवुड’ कहे जाने वाले धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के लुधियाना में जन्मे धर्मेंद्र अगले महीने अपना 90वां जन्मदिन मनाने वाले थे। उनके निधन की खबर से फिल्म इंडस्ट्री, राजनीतिक जगत और प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई है।
धर्मेंद्र ने अपने करियर की शुरुआत साल 1960 में फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे से की थी। इसके बाद 60 के दशक में मिलन की बेला, फूल और पत्थर और आए दिन बहार के जैसी फिल्मों से उन्होंने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई। एक्शन, रोमांस और कॉमेडी—हर अंदाज़ में उन्होंने खुद को साबित किया और आने वाले दशकों में हिंदी सिनेमा के सबसे लोकप्रिय सितारों में शामिल हो गए।
धर्मेंद्र ने अपने लंबे करियर में 300 से अधिक फिल्मों में काम किया। शोले में वीरू का किरदार हो या धरम वीर, मेरा गांव मेरा देश, राजा जानी और जुगनू जैसी सुपरहिट फिल्में—उन्होंने दर्शकों को अनगिनत यादें दीं। 70 और 80 के दशक में वह एक्शन के पर्याय बन गए और "भारत के ही-मैन" का खिताब उन्हें मिला।
90 के दशक में धर्मेंद्र ने चरित्र भूमिकाओं के ज़रिए अपनी अभिनय यात्रा को नई दिशा दी। प्यार किया तो डरना क्या, लाइफ इन ए… मेट्रो, अपने, जॉनी गद्दार और यमला पगला दीवाना जैसी फिल्मों में उन्होंने नई पीढ़ी के दर्शकों को भी अपना प्रशंसक बना लिया। हाल के वर्षों में धर्मेंद्र रॉकी और रानी की प्रेम कहानी और तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया में नज़र आए थे।
साल 1997 में उन्हें सिनेमा में उनके अमूल्य योगदान के लिए फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। अभिनय के साथ-साथ धर्मेंद्र ने राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाई और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से राजस्थान के बीकानेर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए 15वीं लोकसभा के सदस्य रहे।
धर्मेंद्र का निजी जीवन भी चर्चा में रहा। उन्होंने पहली शादी प्रकाश कौर से की, जिनसे उनके चार बच्चे हुए—दो बेटे सनी और बॉबी देओल तथा दो बेटियां। सनी और बॉबी ने पिता के नक्शे-कदम पर चलते हुए बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई। बाद में धर्मेंद्र ने अभिनेत्री हेमा मालिनी से शादी की, जिनसे उनकी दो बेटियां ईशा और अहाना देओल हैं।
धर्मेंद्र के निधन से बॉलीवुड ने अपना एक ऐसा सितारा खो दिया है, जिसने छह दशकों तक पर्दे पर अपनी करिश्माई मौजूदगी से दर्शकों का मनोरंजन किया। वह सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि सिनेमा की एक संस्था थे—जो आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा बने रहेंगे।