टियर-2 शहरों में एफएमसीडी क्षेत्र में नौकरियों में तेजी, महिलाओं की भागीदारी बनी चुनौती

  • Post By Admin on Aug 25 2025
टियर-2 शहरों में एफएमसीडी क्षेत्र में नौकरियों में तेजी, महिलाओं की भागीदारी बनी चुनौती

नई दिल्ली : फास्ट-मूविंग कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (एफएमसीडी) क्षेत्र में नए रोजगार अवसर अब केवल महानगरों तक सीमित नहीं रहे। सीआईईएल एचआर की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, टियर-2 शहरों में कुल एफएमसीडी नौकरियों का 22 प्रतिशत हिस्सा है और मई 2023 से मई 2025 तक इसमें 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बदलाव कूलिंग अप्लायंसेज, इन्वर्टर और घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी वस्तुओं में बढ़ती उपभोक्ता मांग और गैर-महानगरीय बाजारों के उभरने का परिणाम है। इस प्रवृत्ति से नियुक्तियों का भौगोलिक विविधीकरण भी स्पष्ट होता है।

हालांकि, रिपोर्ट ने महिलाओं की कम भागीदारी पर भी ध्यान आकर्षित किया। एफएमसीडी क्षेत्र में महिलाएं कार्यबल का केवल 9 प्रतिशत हिस्सा हैं, जो प्रमुख भूमिकाओं में सबसे कम है। सीआईईएल एचआर के प्रबंध निदेशक आदित्य नारायण मिश्रा ने कहा कि महिलाओं की सक्रिय भागीदारी नवाचार, उपभोक्ता समझ और विविध दृष्टिकोण के लिए महत्वपूर्ण है।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि एफएमसीडी कंपनियां अब औद्योगिक डिजाइनर, डेटा इंजीनियर, उत्पाद प्रबंधक और ग्राहक सफलता विशेषज्ञ जैसी नई भूमिकाओं की मांग बढ़ा रही हैं, जिससे उपभोक्ता अनुभव और स्मार्ट, टिकाऊ उत्पाद विकसित करने में मदद मिल रही है।

रिपोर्ट 1,00,000 अधिकारियों और 1,005 नौकरी पोस्टिंग के डेटा पर आधारित है और इसमें भारत की अग्रणी एफएमसीडी कंपनियों के करियर पृष्ठों से मिली जानकारी भी शामिल है।

इस रिपोर्ट से स्पष्ट है कि टियर-2 शहरों में रोजगार अवसर बढ़ रहे हैं, लेकिन महिला प्रतिभा का समावेश अभी भी उद्योग के लिए चुनौती बना हुआ है।