पीओके में प्रदर्शन पाकिस्तान की दमनकारी नीतियों का नतीजा : भारत
- Post By Admin on Oct 03 2025
नई दिल्ली : भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हो रहे व्यापक प्रदर्शन और हिंसा को पाकिस्तान के दमनकारी रवैये और संसाधनों की संगठित लूट का "स्वाभाविक परिणाम" बताया है। इन प्रदर्शनों में अब तक दर्जनभर से अधिक लोगों की मौत की खबर है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने नई दिल्ली में साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “हमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के कई हिस्सों में हो रही हिंसा और स्थानीय लोगों पर पाकिस्तानी बलों की बर्बरता की जानकारी है। यह पाकिस्तान के दमनकारी दृष्टिकोण और अवैध कब्जे में क्षेत्रों के संसाधनों की संगठित लूट का नतीजा है। पाकिस्तान को अपने मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”
उन्होंने यह भी दोहराया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न हिस्सा हैं और रहेंगे, जबकि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भी भारत का अभिन्न हिस्सा है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब पीओके में संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) की हड़ताल के दौरान हिंसक झड़पें भड़क गईं। इन झड़पों में कई लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, धीर कोट सहित कई क्षेत्रों में हुई झड़पों में 172 पुलिसकर्मी और 50 नागरिक घायल हुए।
हड़ताल के कारण पीओके के अधिकांश क्षेत्रों में व्यापारिक गतिविधियां ठप हो गई हैं और संचार सेवाएं बाधित हैं। मुज़फ़्फराबाद, मीरपुर, पुंछ, नीलम, भिंबर और पलंदरी जैसे क्षेत्रों में जेएएसी के नेता शौकत नवाज़ मीर की अगुवाई में हड़ताल के बाद जनजीवन ठप हो गया। बाजार बंद हैं, सड़कों पर जाम है और मुज़फ़्फराबाद में इंटरनेट सेवाएं सीमित कर दी गई हैं।