अद्भुत उपलब्धि : ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने लैब में तैयार की जीती-जागती इंसानी त्वचा
- Post By Admin on Aug 21 2025
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सिडनी : ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने चिकित्सा विज्ञान में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए पहली बार प्रयोगशाला में खून की नलिकाओं वाली जीती-जागती इंसानी त्वचा तैयार की है। यह नई तकनीक भविष्य में जलने की गंभीर चोटों, त्वचा संबंधी बीमारियों और सर्जरी के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।
यह शोध यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड (यूक्यू) के वैज्ञानिकों की टीम ने फ्रेजर इंस्टीट्यूट में किया। टीम ने स्टेम सेल्स की मदद से इस त्वचा को तैयार किया, जिसमें प्राकृतिक त्वचा की तरह कई परतें, बालों की जड़ें, नसें, खून की नलिकाएं और रोग प्रतिरोधक कोशिकाएं मौजूद हैं।
मुख्य शोधकर्ता डॉ. अब्बास शफी ने बताया, “यह दुनिया का अब तक का सबसे असली दिखने वाला और कार्यशील त्वचा मॉडल है। इससे हमें न केवल त्वचा की बीमारियों को समझने में मदद मिलेगी, बल्कि दवाइयों और इलाज के तरीकों को सुरक्षित तरीके से जांचना भी संभव होगा।”
शोधकर्ताओं ने इंसानी त्वचा की कोशिकाओं को पहले स्टेम सेल्स में बदला और फिर उन्हें डिश में विकसित किया। धीरे-धीरे ये कोशिकाएं त्वचा जैसी संरचना में बदल गईं। बाद में इन्हीं स्टेम सेल्स से खून की सूक्ष्म नलिकाएं तैयार की गईं और उन्हें त्वचा में जोड़ा गया। इस प्रक्रिया से बनी त्वचा असली इंसानी त्वचा की तरह खुद-ब-खुद विकसित होने लगी।
करीब 6 साल के लंबे प्रयास के बाद तैयार इस कृत्रिम त्वचा को चिकित्सा क्षेत्र में गेम-चेंजर माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह तकनीक जलने से हुई गंभीर चोटों और एलर्जी से जुड़ी बीमारियों जैसे सोरायसिस, एटोपिक डर्मेटाइटिस और आनुवंशिक त्वचा रोगों के इलाज में नई उम्मीद जगाती है।
प्रोफेसर खोसरोतेहरानी ने कहा, “त्वचा की बीमारियों का इलाज लंबे समय से चुनौती रहा है। यह खोज उन लाखों मरीजों के लिए रोशनी की किरण है, जो वर्षों से इन समस्याओं से जूझ रहे हैं।”