मांसपेशियों में दर्द से राहत दिलाएंगे ये पांच योगासन, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताए फायदे

  • Post By Admin on Aug 06 2025
मांसपेशियों में दर्द से राहत दिलाएंगे ये पांच योगासन, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताए फायदे

नई दिल्ली : अगर आप भी पैरों, पीठ या जोड़ों के दर्द से अक्सर परेशान रहते हैं, तो योग आपकी दिनचर्या में शामिल होना चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि नियमित योगाभ्यास न केवल मांसपेशियों को राहत देता है, बल्कि शरीर को लचीलापन और मजबूती भी प्रदान करता है। खासकर वृक्षासन, सेतुबंधासन, चक्रासन, भुजंगासन और अधोमुख श्वानासन जैसे योगासन मांसपेशियों के दर्द से जूझ रहे लोगों के लिए काफी फायदेमंद हैं।

शरीर को संतुलन और मजबूती देता है वृक्षासन

वृक्षासन यानी 'ट्री पोज' एक ऐसा आसन है, जो संतुलन बनाने के साथ-साथ पैरों, जांघों और टखनों की मांसपेशियों को मजबूत करता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि यह योगासन मानसिक एकाग्रता को भी बढ़ाता है और लंबी अवधि तक खड़े रहने वाले लोगों के लिए उपयोगी है।

सेतुबंधासन से रीढ़ और जांघों को राहत

'ब्रिज पोज' के नाम से प्रसिद्ध सेतुबंधासन रीढ़ की हड्डी, कूल्हे और जांघों पर सकारात्मक असर डालता है। यह न केवल मांसपेशियों को खिंचाव देता है, बल्कि शरीर में रक्त संचार को भी बेहतर बनाता है, जिससे थकान और अकड़न में राहत मिलती है।

पूरे शरीर के लिए फायदेमंद है चक्रासन

चक्रासन या 'व्हील पोज' एक संपूर्ण योगासन माना जाता है। इससे पूरे शरीर में स्ट्रेचिंग होती है, जो खासकर पीठ, कंधों और पैरों की मांसपेशियों के दर्द को दूर करता है। विशेषज्ञ इसे ऑफिस या कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करने वालों के लिए बेहद उपयोगी मानते हैं।

भुजंगासन से पीठ दर्द में मिलती है राहत

सर्प के आकार का यह योगासन पीठ, कूल्हों और जांघों में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे दर्द और सूजन में राहत मिलती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यह आसन विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है, जिन्हें बैठे रहने की वजह से मांसपेशियों में जकड़न महसूस होती है।

अधोमुख श्वानासन: थकी मांसपेशियों के लिए संजीवनी

‘डाउनवर्ड डॉग पोज’ के नाम से लोकप्रिय यह आसन हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है। इसका अभ्यास टखनों, पिंडलियों और पैरों की थकावट दूर करता है, साथ ही शरीर के संपूर्ण रक्तसंचार को भी बेहतर बनाता है।

विशेषज्ञों की सलाह

योग विशेषज्ञों का कहना है कि इन आसनों को नियमित और सही विधि से करने पर मांसपेशियों के दर्द में उल्लेखनीय सुधार देखा जा सकता है। हालांकि किसी भी योगासन की शुरुआत प्रशिक्षित व्यक्ति की देखरेख में करना चाहिए।