नवरात्रि व्रत में खाएं ये हेल्दी और सात्विक विकल्प, रहे तंदुरुस्त और ऊर्जावान
- Post By Admin on Sep 24 2025

नई दिल्ली : नवरात्रि का पर्व केवल धार्मिक साधना का समय नहीं है, बल्कि यह शरीर को शुद्ध करने और पाचन तंत्र को आराम देने का भी अवसर है। उपवास के दौरान सात्विक और पौष्टिक आहार का सेवन शरीर को हल्का और मन को एकाग्र बनाए रखता है।
आयुर्वेद के अनुसार, व्रत में ऐसे खाद्य पदार्थ खाए जाने चाहिए जो ऊर्जा बनाए रखें और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालें। इस दौरान खाने योग्य कुछ प्रमुख विकल्पों में शामिल हैं:
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सिंघाड़े का आटा: कैल्शियम, आयरन और फास्फोरस से भरपूर, हलवा, पुरी या चीला बनाने के लिए उपयुक्त।
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कुट्टू का आटा (बकव्हीट): ग्लूटेन-फ्री और प्रोटीन से भरपूर, लंबे समय तक पेट भरा रखने में मददगार।
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साबूदाना: कार्बोहाइड्रेट का प्रमुख स्रोत, तुरंत ऊर्जा देता है। साबूदाने की खिचड़ी और खीर व्रत में लोकप्रिय हैं।
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शकरकंद: विटामिन A, C और फाइबर से भरपूर, ऊर्जा बनाए रखता है। उबालकर या भूनकर खाया जा सकता है।
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नारियल पानी और गूदा: प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स का स्रोत, शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाता है।
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दूध और दही: कैल्शियम, प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स प्रदान करते हैं, कमजोरी और थकान कम करते हैं।
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मेवे: बादाम, काजू, अखरोट और किशमिश ओमेगा-3 और ऊर्जा से भरपूर, मानसिक एकाग्रता बनाए रखने में मदद करते हैं।
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फल: सेब, पपीता, केला, अमरूद और अनार विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर, शरीर को हल्का रखते हैं।
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तुलसी-अदरक वाली हर्बल चाय: पाचन सुधारती है और सर्दी-जुकाम से बचाती है; शहद मिलाकर पीना बेहतर।
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सेंधा नमक: आयोडीन, कैल्शियम और पोटैशियम का स्रोत, भोजन हल्का और सुपाच्य बनाता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि उपवास के दौरान इन सात्विक और पौष्टिक विकल्पों के सेवन से न केवल शरीर को कमजोरी महसूस नहीं होती, बल्कि ऊर्जा, स्टेमिना और मानसिक एकाग्रता भी बनी रहती है।