मानसून में बीमारियों से बचाव के लिए डॉ. अरुण कुमार सिंह ने दिए जरूरी सुझाव, बताया होम्योपैथिक इलाज का महत्व

  • Post By Admin on Aug 01 2025
मानसून में बीमारियों से बचाव के लिए डॉ. अरुण कुमार सिंह ने दिए जरूरी सुझाव, बताया होम्योपैथिक इलाज का महत्व

बेंगलुरु : मानसून जहां एक ओर गर्मी से राहत देता है, वहीं दूसरी ओर यह मौसम अनेक बीमारियों को भी जन्म देता है। इसको देखते हुए बेंगलुरु के जाने-माने होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. अरुण कुमार सिंह (क्रॉनिक डिज़ीज़ एंड किडनी स्टोन स्पेशलिस्ट) ने लोगों को स्वस्थ रहने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव और होम्योपैथिक दवाओं के विकल्प साझा किए हैं।

डॉ. सिंह ने कहा कि मानसून के दौरान खान-पान और जीवनशैली में थोड़ी सी सावधानी बरतकर गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने साफ कहा कि "स्वच्छता की आदत, बीमारियों से दूरी", इस मूल मंत्र को अपनाना बेहद जरूरी है।

मानसून में आम बीमारियों से बचाव के लिए दिए गए सुझाव:

  • खान-पान में सतर्कता: टायफाइड, पीलिया और गैस्ट्रो जैसे संक्रमणों से बचने के लिए उबला या फिल्टर्ड पानी पीने की सलाह दी गई है। बाहर का खाना, खासकर सड़क किनारे मिलने वाले खाद्य और पेय पदार्थों से परहेज़ करने को कहा गया है।

  • त्वचा को रखें सूखा: बारिश में भीगने या लंबे समय तक गीले कपड़े पहनने से त्वचा पर फंगल इंफेक्शन और चकत्ते हो सकते हैं। बच्चों को सूखे और हल्के सूती कपड़े पहनाने, गीले कपड़े तुरंत बदलने और सूखे मोजे-जूते पहनाने की हिदायत दी गई है।

  • मच्छरों से रहें सतर्क: डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए मच्छरों से बचाव जरूरी बताया गया है। पानी जमा न होने देना, मच्छरदानी का प्रयोग और मॉस्किटो रिपेलेंट का उपयोग आवश्यक है।

  • इम्यूनिटी को बनाएं कवच: मौसम बदलने से सर्दी-खांसी, फ्लू जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। बच्चों के आहार में विटामिन-सी युक्त फल, अदरक, हल्दी और तुलसी को शामिल करने की सलाह दी गई है।

मानसून में उपयोगी होम्योपैथिक दवाएं:

डॉ. सिंह ने बताया कि होम्योपैथिक चिकित्सा में दवाएं लक्षणों के आधार पर दी जाती हैं और यह शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने निम्नलिखित दवाओं की जानकारी दी (परामर्श के बाद ही उपयोग की सलाह):

  • सर्दी-खांसी और फ्लू के लिए:

    • Aconitum Napellus: अचानक तेज बुखार और बेचैनी के लिए।

    • Bryonia: सूखी खांसी व बदन दर्द के लिए।

    • Rhus Tox: फ्लू के साथ जोड़ों के दर्द व अकड़न के लिए।

  • पाचन संबंधी समस्याओं के लिए:

    • Nux Vomica: अपच व कब्ज के लिए।

    • Arsenicum Album: फूड पॉइजनिंग व दस्त के लिए।

    • Podophyllum: सुबह के समय होने वाले तेज दस्त के लिए।

  • त्वचा रोगों के लिए:

    • Dulcamara: नमी के कारण होने वाले चकत्तों के लिए।

    • Rhus Tox: खुजलीदार चकत्ते व छालों के लिए।

विशेषज्ञ की सलाह जरूरी

डॉ. सिंह ने विशेष रूप से आगाह किया कि स्व-चिकित्सा से बचें और योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श के बाद ही दवा का सेवन करें। उन्होंने कहा कि होम्योपैथी न केवल बीमारी का इलाज करती है, बल्कि शरीर की संपूर्ण प्रतिरक्षा को मजबूत करती है, जिससे परिवार पूरे मानसून के दौरान सुरक्षित रह सकता है।

बेंगलुरु ही नहीं, देश के अन्य हिस्सों में भी मानसून के इस संवेदनशील मौसम में डॉ. अरुण कुमार सिंह के ये सुझाव लोगों के लिए मार्गदर्शक साबित हो सकते हैं। उनकी सलाह से न केवल बच्चों, बल्कि पूरे परिवार को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।